Read more »
वेद-दर्शन-योग की बिशेषता
प्रभु प्रेमियों ! महर्षि मेँहीँ साहित्य सूची की तीसरी पुस्तक "वेद-दर्शन-योग" है । इस पुस्तक में संत सद्गुरु महर्षि मँहीँ परमहंस जी महाराज चारो वेदों से चुने हुए एक सौ मंत्रों पर टिप्पणीयां लिखकर संतवाणी से उनका मिलान करके प्रमाणित किया है कि संतमत और वेदमत में भिन्नता नही एकता है। इस पुस्तक का पाठ करके संतों के मूल विचार और वेदों के मूल विचार के साधनात्मक अनुभव से आप परिचित होगें तथा एकता और भाइचारा के प्रति आकर्षित होंगे। आबाल ब्रह्मचारी सदगुरु महर्षि मँहीँ बाबा ने प्रव्रजित होकर लगातार ५२ वर्षों से सन्त-साधना के माध्यम से जिस सत्य की अपरोक्षानुभूति की है , उसी का प्रतिपादन प्रस्तुत पुस्तक में किया गया है । इतने लम्बे अरसे से वेद , उपनिषद् एवं सन्तवाणियों का अध्ययन तथा मनन एवं उनके अन्तर्निहित निर्दिष्ट साधनाओं का अभ्यास करते हुए परमपूज्य सद्गुरु महर्षि मेँहीँ परमहंसजी महाराज इस निष्कर्ष पर पहुँचे हैं कि मानव मात्र सदाचार - समन्वित हो दृष्टियोग और शब्दयोग ( नादानुसंधान ) अर्थात् विन्दुध्यान और नादध्यान के द्वारा ब्रह्म - ज्योति और ब्रह्मनाद की उपलब्धि कर परम प्रभु सर्वेश्वर को उपलब्ध कर सकता है । इसी विषय का स्पष्टीकरण उन्होंने प्रस्तुत ग्रन्थ में किया है । साथ ही उन्होंने यह भी समझाने की भरपूर चेष्टा की है कि प्राचीन कालिक मुनि - ऋषियों से लेकर अर्वाचीन साधु - संतों तक की अध्यात्म - साधना पद्धति एक है । वेद - उपनिषदादि में वर्णित अध्यात्म- ज्ञान और कबीर , नानक , तुलसी प्रभृति आधुनिक सन्तों के व्यवहृत आत्मज्ञान में ऐक्य या पार्थक्य है ? - इस भ्रम के निवारणार्थ ' वेद - दर्शन - योग ' का प्रणयन किया गया है । अथवा सीधे शब्दों में यों भी कह सकते हैं कि प्रस्तुत पुस्तक उपर्युक्त ऐक्य वा पार्थक्य के असमंजस को मिटाकर पूर्ण सामंजस्य की स्थापना करती है । ( और जाने )
महर्षि मेँहीँ साहित्य सीरीज की दूसरी पुस्तक "रामचरितमानस सार-सटीक" के बारे में जानने के लिए 👉 यहां दवाए ।
पेमेंट करने में किसी भी प्रकार का प्रॉब्लम होने पर आप हमें शिपिंग सहित तुरंत भुगतान करने के लिए इस वेबसाइट के सबसे उपर ग्रीन कलर के पे बटन पर क्लिक करके और जो सामग्री है उसका मूल्य और शिपिंग चार्ज सहित पेमेंट कर दें। पेमेंट मिलने पर तत्काल आपकी सामग्री भेज दी जाएगी । जब तक पेमेंट नहीं होगा कोई भी समान नहीं भेजा जाएगा। आप अपना पता इस वेबसाइट के कार्ड से औडर करते समय लिखकर दें और ऑर्डर नंबर के साथ ऊपर के पेमेंट बटन से पेमेंट करें। इस पेमेंट गेटवे से पेमेंट करने पर आप तीन सामग्रियों के लिए केवल एक ही शिपिंग चार्ज के साथ पेमेंट कर सकते हैं। उससे ज्यादा सामग्री या पुस्तक की खरीदारी पर पुनः तीन सामग्री तक शिपिंग चार्ज सहित पेमेंट करेंगे। अर्थात 6 सामग्री लेने पर आपको केवल दो बार शिपिंग चार्ज देना पड़ेगा। अर्थात 3 समग्र + एक शिपिंग चार्ज और 4 से 6 सामग्री तक 2 शिपिंग चार्ज।
price/INR55.00(Mainprice₹75-20%=55.00)
off/-20%
size/17.5cm/12.5cm/0.6cm/L.R.U.






0 Reviews